हृदय रोग और रक्तचाप के लिए आंवला: एक रामबाण औषधि

यह लेख आंवला के हृदय रोग और रक्तचाप में फायदों के बारे में है। आंवला एक लोकप्रिय फल है जिसका उपयोग विभिन्न औषधियों में किया जाता है। यह विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

लेख में निम्नलिखित विषयों पर चर्चा की गई है

  • आंवला के हृदय रोग में फायदे
  • आंवला के रक्तचाप में फायदे
  • आंवला का उपयोग कैसे करें

लेख के कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं

  • आंवला हृदय रोग के लिए एक रामबाण औषधि है।
  • आंवला रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
  • आंवला का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है।

यह लेख उन लोगों के लिए उपयोगी है जो

  • हृदय रोग से पीड़ित हैं।
  • उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं।
  • आंवला के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानना चाहते हैं।

यह लेख आपको आंवला के हृदय रोग और रक्तचाप में फायदों के बारे में जानने में मदद करेगा।

हृदय रोग रक्तचाप में फायदेमंद है
आवंला कई मायने में फायदेमंद होता है। च्यवनप्राश और अन्य औषधियो में इसको उपयोग किया जाता है । कई लोग इसे आचार और सुखाकर भी उपयोग में लाते हैं ।बाल झरने को कम करना, आँखों की रोशनी को बढ़ानेवाला माना जाता है। विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने मे मदद करता है।

  1. हृदय रोग में आवंले के आधे चम्मच पाउडर में थोड़ी सी मिश्री मिलाकर सुबह शाम लेने से फायदेमंद रहता है।
    2- आवंले का मुरब्बा या शरबत दिल की तेज धड़कन को सामान्य बनता है।
    3- भोजन करने के बाद हर आवंले का रस 25 से 30 ग्राम रस ताजा पानी में मिलाकर सेवन करें शक्ति मिलेगी ।
    4- आवंले को पीसकर पानी में भिगोकर चेहरे पर रुकने की तरह करने से निकर आता है।
  2. रोज सुबह शाम एक आवंले का मुरब्बा खाने से हाई बीपी में लाभ होता है ।
  3. आवंले का मुरब्बा खाकर दूध पीने से शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है।
    7.10 ग्राम आवंले के चूर्ण को इतनी ही मात्रा में मिश्री के साथ सुबह शाम खाने से घबराहट दूर होती है।
  4. तीन चम्मच पिसे हुए आवंले के रस को रात में गिलास पानी में भिगोकर रख दे सुबह उसे पानी को छानकर उसमें
    चार चम्मच शहद मिलाकर पीने से त्वचा के सारे रोग दूर हो जाते हैं।
  5. सूखे आवंले को पीसकर कपड़े में छानकर चूर्ण बना ले। तीन ग्राम चूर्ण रोज शहर में मिलाकर सुबह-शाम बच्चों को
    चटाने से बिस्तर पर पेशाब करना बंद कर देते हैं।
    10- आवंला हर्रे बहेरा का सम भाग पाउडर कब्जियत में लाभ करता है। इसे सुसुम पाने से रात में ले।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *